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मिलाप संस्थान, चितौड़गढ़

बाल-विवाह से मुक्ति की ओर एक कदम

मिलाप संस्थान, चितौड़गढ़

बच्चों मे शिक्षा के प्रति जाग्रति लाना

मिलाप संस्थान, चितौड़गढ़

बालिकाओं में आत्मविश्वास, नैतिकता और साहस का स्तर बढ़ाना।

संस्था के बारे में

भारत के राजस्थान राज्य के पुलिस स्टेशनों में हर साल महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लगभग 28000 मामले दर्ज किए जाते हैं। परियोजना के तहत चित्तौडग़ढ़ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में हिंसा, आक्रोश, दहेज शोषण, दहेज प्रथा और उत्पीड़न की शिकार दुखी महिलाओं को मिलाप संस्थान द्वारा सहायता मिल रही है। मिलाप संस्थान की संस्थापक श्रीमती भारती गहलोत जी के द्वारा काउंसलिंग एवं कौशल विकास प्रशिक्षण द्वारा पीड़ितों का पुनर्वास किया जा रहा है साथ ही रैली, कार्यशाला, सेमिनार, रोड शो, हस्ताक्षर अभियान, पोस्टर, वॉल पेंटिंग, और शपथ ग्रहण कार्यक्रमों के माध्यम से बड़े पैमाने पर पुरुष प्रधान समाज में महिला हिंसा उन्मूलन के लिए जागरूकता संदेश भी पहुंचाया जा रहा है।

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About Us

उद्देश्य

  • हिंसा से पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता दिलाना।
  • पुरुष प्रधान समाज के दृष्टिकोण में बदलाव लाना।
  • बाल-विवाह प्रतिषेध अभियान
  • बेटियों मे शिक्षा के प्रति जागरुकता अभियान
  • महिलाओं को शालीन जीवन जीने देना।
  • महिलाओं के खिलाफ घरेलु हिंसा हिंसा के खिलाफ समाज को एकजुट करना।
  • महिलाओं में आत्मविश्वास नैतिकता और साहस का स्तर बढ़ाना।
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गतिविधिया

  • दहेज प्रथा, बाल विवाह, महिला अधिकार लिंगानुपात जैसे संवेदनशील मुद्दों पर कार्यशालाएँ आयोजित करना।
  • मेले एवं रोड शो द्वारा महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की रोकथाम का आयोजन करना।
  • माई सेल्फी एवं यूजर सेल्फी कार्यक्रमों में माननीय महानुभावों को जोड़कर जनता को प्रेरित करना।
  • परामर्श केन्द्रों में पीड़ित महिलाओं को निःशुल्क परामर्श प्रदान करना।
  • हिंसा से पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान करना
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उपलब्धियां

  • इस अभियान से प्रत्यक्ष.अप्रत्यक्ष रूप से 1000 से अधिक लोग जुड़े हुए हैं।
  • महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जुड़े 50 से अधिक मामलों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
  • पारिवारिक परामर्श केन्द्रों द्वारा निःशुल्क परामर्श से बहुत सारी महिलाएँ लाभान्वित हुई हैं।
  • स्कूली बच्चे अपने अभिभावकों को लिंगानुपात और बाल विवाह के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
  • इस मुहिम को सोशल मीडिया से भी समर्थन मिल रहा है।
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